संभल, फरवरी 14 -- नगर पंचायत गुन्नौर के पाताली शिव मंदिर पर रासलीला का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को वृंदावन से आए कलाकारों ने हिरण्यकश्यप व भक्त प्रह्लाद की लीला का मंचन किया। इसमें दिखाया कि राक्षस राज हिरण्य कश्यप भगवान विष्णु का विरोधी है। उसके राज में भगवान का नाम नहीं लिया जाता है। जो भी नाम लेता है उसको मृत्युदंड दे दिया जाता है। हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रह्लाद भगवान का भक्त होता है। भगवान का नाम न ले इसलिए पहले उसे डराया जाता है। जब इससे भी बात नहीं बनती है तो उसे पर्वत से नीचे फेंका जाता है। भगवान के नाम जप के कारण उसे खरोच तक नहीं आती है। हाथी के पैरों से कुचलवाया जाता है और बुआ होलिका के साथ आग में प्रवेश करा दिया जाता है, लेकिन होलिका को वरदान था कि आग का उस पर असर नहीं होगा, लेकिन यहां उल्टा हो गया। होलिका जल गई और प्रह्लाद ...