गोरखपुर, अप्रैल 28 -- गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता। रूमेटिक फीवर से जूझ रहे बच्चों के लिए राहत की खबर है। यह बीमारी अब दिल को ज्यादा कमजोर नहीं कर रही है। इसकी वजह है बीमारी का समय से इलाज होना। यही वजह है कि रूमेटिक फीवर के कारण दिल की बीमारी से जूझ रहे बच्चों की संख्या में कमी हुई है।बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बीते पांच साल में रूमेटिक फीवर से जूझ रहे मरीजों में दिल के बीमारी का ग्राफ 50 फीसदी कम हो गया है। अब हर महीने 8 से 10 बच्चे ही इस बीमारी के कारण दिल के मरीज बन रहे हैं। जबकि पहले से पहले यह ग्राफ 20 बच्चों का था। मेडिकल कॉलेज के बालरोग के विभागाध्यक्ष डॉ भूपेंद्र शर्मा ने बताया कि रूमेटिक फीवर संक्रमण से होता है। अब इसकी अच्छी दवाएं मौजूद हैं। बच्चों को एंटीबायोटिक भी दे दी जा रही है। जिसके कारण संक्रमण का दुष्प्रभाव नहीं हो रहा है। सम...